सेहत की बात. एक पुरानी कहावत है, तंदुरुस्ती हज़ार नियामत. निरोगी शरीर इंसान की सबसे बड़ी पूँजी और ताक़त है. संस्कृत में कहा है शरीरमाद्यम खलु धर्म साधनम, यानी आप अपने धर्म अथवा कर्तव्य या कर्म का निर्वाह उतना ही कर सकते हैं जितना शरीर साथ देगा. सवाल उठता है ...
Read More »