राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन घोटाले के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो सीनियर आईएएस अफसर और मायावती सरकार में प्रमुख सचिव स्वास्थ्य रहे प्रदीप शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया.
इसके बाद उन्हें गाजियाबाद की विशेष अदालत में पेश किया गया जिसने उन्हें सात दिन के लिए सीबीआई की रिमांड में भेज दिया.
प्रदीप शुक्ला बहुचर्चित राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन घोटाले के प्रमुख अभियुक्त हैं.
काफी दिनों से उनकी गिरफ्तारी की अटकलें लगाई जा रही थीं. मगर सूत्रों के अनुसार उन्हें केंद्र और राज्य सरकारों में उच्चतम स्तर से संरक्षण हासिल था. इसलिए सीबीआई अफसर उन पर हाथ डालने में हिचक रहे थे.
इस घोटाले में करीब पांच हजार करोड़ रूपये के गबन और दुरूपयोग की खबरें हैं. घोटाले की खबरें सुर्खियों में रहने के दौरान राज्य में स्वास्थ्य क्षेत्र से संबंधित छह लोगों की मौत हुई जिसे घोटाले से जोड़कर देखा जा रहा है.
जांच
इससे पहले केंद्रीय जाँच ब्यूरो यानी सीबीआई ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के लिए आवंटित धनराशि में कथित अनियमितताओं की जांच के सिलसिले में मामले दर्ज़ किए थे.
इस मामले में उत्तर प्रदेश के पूर्व परिवार कल्याण मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा का नाम भी प्रकाश में आया जिसके बाद उनके लखनऊ स्थित आवास पर छापे मारे गए.
सीबीआई ने इस घोटाले में जो प्राथमिकी दर्ज कराई थी, उसमें बतौर अभियुक्त बाबू सिंह कुशवाह का नाम भी शामिल है.
उत्तर प्रदेश के अलावा दिल्ली और हरियाणा में भी कई जगहों पर छापे की कार्रवाई की गई.
उत्तर प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने बाबू सिंह कुशवाहा को बर्ख़ास्त कर दिया था जिसके बाद उन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया.