विकेन्द्रीकरण ही समस्या का हल राम दत्त त्रिपाठी भारत के शहरों, क़स्बों और गाँवों में सड़ते हुए ठोस कचरे के पहाड़ सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए एक गम्भीर समस्या बन गये हैं. यह औद्योगिक सभ्यता , अव्यवस्थित ...
Read More »माँ के दूध के विरुद्ध एक साज़िश
सब जानते हैं कि नवजात शिशु के लिए माँ का दूध सर्वोत्तम है, लेकिन मुनाफ़ा और बिज़नेस के लिए दीबा बंद दूध को बढ़ावा देना एक साज़िश है। इस साज़िश में उद्योगों के अलावा, डाक्टर और मीडिया भी शामिल है। राम दत्त त्रिपाठी का एक पुराना लेख
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