प्राथमिक शिक्षा : क्यों नहीं सुधरती स्कूलों की दशा

प्राथमिक शिक्षा व्यक्तित्व के विकास की बुनियाद है।लेकिन भारत में सरकारी प्राइमरी स्कूलों की दशा बहुत ख़राब है।केवल ग़रीब परिवार अपने बच्चों को वहाँ भेजते हैं।शिक्षकों की  कमी है और फिर मिड डे मील की ज़िम्मेदारी।राम दत्त त्रिपाठी ने नेपाल सीमावर्ती लखीमपुर खीरी ज़िले मेंस्कूलों का दौरा करके यह रेडियो रिपोर्ट  तैयार की थी जो आज भी प्रासंगिक है। सुनने के लिए नीचे क्लिक करें