उत्तर प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि सहकारी ग्रामीण विकास बैंक से पचास हज़ार तक का कर्ज़ लेने वाले किसानों का ऋण माफ कर दिया गया है.
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज एक प्रेस काफ्रेंस में बताया कि इस घोषणा से सात लाख बीस हजार किसानों को लाभ मिलेगा.
मगर कर्ज माफी का लाभ उन्ही किसानों को मिलेगा, जिन्होंने मूल धन का कम से कम दस फीसदी कर्ज वापस कर दिया हो.
सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री ने बताया कि ऋण माफ़ी उस कर्ज पर लागू होगी, जिसे लेने के लिए जमीन बंधक रखी गयी हो.
उन्होंने यह भी कहा कि अब ऋण वसूली के लिए जमीन नीलम करने की व्यवस्था समाप्त कर दी गयी है.
सवालों के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यावसायिक बैंकों का कर्ज़ इस ऋण माफी योजना में शामिल नहीं है.
कुल माफ होने वाले ऋण की रकम 1,650 करोड़ रूपए होगी.
वोट बैंक की राजनीति
बैंक को इस रकम की प्रतिपूर्ति के लिए राज्य सरकार के बजट में फिलहाल पांच सौ करोड रूपए का प्राविधान किया गया है.
अधिकारियों का कहना है कि बजट में आगे और भी धन की व्यवस्था की जायेगी.
मुख्यमंत्री ने याद दिलाया कि समाजवादी पार्टी ने पिछले विधान सभा चुनाव के समय अपने घोषणा पत्र में किसानों का पचास हज़ार तक का कर्ज माफ करने का वादा किया था.
मुख्यमंत्री ने कहा कि इस समय देश में किसान सबसे ज्यादा संकट में है, जबकि जब तक किसान नही खुशहाल होगा तब तक देश खुशहाल नहीं हो सकता.
उन्होंने याद दिया कि समाजवादी पार्टी की सरकार ने नहरों और सरकारी नल- कूपों से सिंचाई शुल्क माफ कर दिया है.
यह केवल संयोग नही है कि कर्ज माफी की यह औपचारिक घोषणा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव के 73 वें जन्म दिन पर की गयी है.
कहना न होगा कि समाजवादी पार्टी अगले लोक सभा चुनाव से पहले अपने वोट बैक को मजबूत करना चाहती है.
Published here – https://www.bbc.com/hindi/mobile/india/2012/11/121122_farmer_loan_waiver_pa.shtml
Ram Dutt Tripathi Journalist & Legal Consultant