वाजपेयी को बधाई देने कल्याण सिंह पहुँचे

उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक चौंकाने वाली राजनीतिक घटना घटित हुई है.

प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन की पूर्वसंध्या पर उन्हें बधाई देने उनके भारी आलोचक और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह पहुँचे.

अटल बिहारी वाजपेयी का जन्मदिन 25 दिसंबर को है और वे इन दिनों अपने चुनाव क्षेत्र लखनऊ की यात्रा पर हैं.

इस अवसर पर कल्याण सिंह ने प्रधानमंत्री वाजपेयी को मिठाई खिलाई.

यहाँ तक कि कल्याण सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी के साथ उस मंच पर मौजूद रहे जिससे प्रधानमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.

इस अवसर पर लालजी टंडन, केंद्रीय कृषि मंत्री राजनाथ सिंह और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विनय कटियार भी मौजूद थे.

बाद में लालजी टंडन ने कहा कि कल्याण सिंह के पार्टी में आने से पार्टी मज़बूत ही होगी.

उन्होंने कल्याण सिंह से किसी भी तरह के मतभेद से इनकार करते हुए कहा कि दोनों ने ही लंबे समय तक मिल जुलकर काम किया है.

प्रदेश में भाजपा विधायक दल के नेता टंडन ने प्रधानमंत्री वाजपेयी के विरुद्ध और अयोध्या प्रकरण पर पिछले दिनों आए कल्याण सिंह के बयानों के बारे में कहा कि हर आदमी ग़लती कर देता है और उसके बाद उस पर प्रायश्चित कर लेता है.

कल्याण सिंह को न केवल उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था बल्कि दिसंबर 1999 में उन्हें भाजपा से ही निकाल दिया गया.

उसके बाद कल्याण सिंह ने राष्ट्रीय क्रांति दल का गठन कर लिया था.

उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश की वर्तमान मुलायम सिंह सरकार में साझीदार है.

प्रेक्षकों का मानना है कि कल्याण सिंह के भाजपा के अलग होने से पार्टी कमज़ोर हो गई थी.

अपने संक्षिप्त संबोधन में वाजपेयी ने पार्टी कार्यकर्ताओं से राज्य में राजनीतिक बदलाव लाने को कहा.

हालांकि प्रधानमंत्री वाजपेयी हाल में तीन विधानसभा चुनावों में जीत के बाद काफ़ी आश्वस्त हैं लेकिन उनके अपने राज्य उत्तर प्रदेश की स्थिति अच्छी नहीं बताई जाती है.

बाद में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कल्याण सिंह ने कहा कि उनकी प्रधानमंत्री वाजपेयी से मुलाक़ात का कोई राजनीतिक अर्थ न निकाला जाए.

उनकी सफ़ाई के बावजूद ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि कल्याण सिंह वापस भाजपा में लौट रहे हैं.

यदि कल्याण सिंह भाजपा में लौटते हैं तो उत्तर प्रदेश में ये नए राजनीतिक समीकरणों की शुरूआत होगी.

source: https://www.bbc.com/hindi/regionalnews/story/2003/12/031224_kalyan_vajpayee.shtml